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मंगलवार, 2 दिसंबर 2008

प्रार्थना जो सुन ली गई!

*मैंने भगवान् से माँगी शक्ति
उसने मुझे दी कठिनाइयाँ
हिम्मत बढ़ाने के लिए।

*मैंने भगवान् से माँगी बुद्धि
उसने मुझे दी उलझनें
सुलझाने के लिए।

*मैंने भगवान् से माँगी समृद्धि
उसने मुझे दी समझ
काम करने के लिए।

*मैंने भगवान् से माँगा प्यार
उसने मुझे दिए दुखी लोग
प्यार करने के लिए।

*मैंने भगवान् से माँगी हिम्मत
उसने मुझे दीं परेशानियाँ
उबर पाने के लिए।

*मैंने भगवान् से माँगा वरदान
उसने मुझे दिए अवसर
उन्हें पाने के लिए।

*वो मुझे नहीं मिला , जो मैंने माँगा था,
उसने मुझे वह दिया, जो मुझे चाहिए था।

***यह पंक्तियाँ मेरी बेटी ने किसी मन्दिर में देखि थीं और वहां से लाकर मुझे दी। देखिये कितनी अच्छी और अर्थपूर्ण पंक्तियाँ है। इनको आप दूसरों तक पहुंचिए। आज सोचा इनकी जगह यही सही है।

5 टिप्‍पणियां:

रंजू भाटिया ने कहा…

हाँ मैंने भी पढ़ी थी यह ..अच्छी लिखी हुई हैं

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 05-04-2012 को यहाँ भी है

.... आज की नयी पुरानी हलचल में ......सुनो मत छेड़ो सुख तान .

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

बहुत ही अच्छी पंक्तियाँ हैं।

सादर

Saras ने कहा…

रेखाजी मैं यह पंक्तियाँ फब पर शेयर करना चाहती हूँ .....

विभूति" ने कहा…

bhaut hi khubsurat lagi.....