होली के रंग,
खेलें अपनों के संग
पी के मस्ती की भंग ,
नाचें ले के तरंग
कर लो सबको तुम तंग ,
यह है होली का ढंग .
डालो रे रंग ही रंग , ......
हंसी, ठिठोली कर
ऐसा नाचो गाओ
मारे ठहाके
हों जिनके दिल तंग,
नाचो और नचाओ
गीत गाकर शोर मचाओ
होली आई रे
होली आई रे
तुम खूब धूम मचाओ
होली है .सब मिलकर मौज मनाओ
रंजिश हर दिल की मिटाओ
सब से प्रेम से मिल जाओ
और गीत प्रेम के गाओ
इसी धूम के साथ हमारी
होली की शुभकामनाएं.........
शुक्रवार, 6 मार्च 2009
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