परमार्थ में जीवन को ही मिटा दे,
दीप सा दधिची दूसरा हुआ कहाँ?
वह तो जलकर भस्म हुआ है,
हर मन में अभी उजाला कहाँ?
दीपक बन जल जाऊं मैं,
गर कलुषित मन धुल जाएँ,
तड़प सुनें सूने मन-आँगन की,
बस दिल उनके हिल जाएँ।
कितने घरों में सिमटा अँधेरा,
कल ही दीपक बुझा है घर का,
किसी का कुछ न बिगाडा था,
बस चैन खोजने चला था घर का।
अब तो मनुज बन जाओ सब,
जलने दो बाती दीपों में,
बूढी आँखों का नूर बचाओ,
बच्चों की मुस्कान बचाओ .
इस दीवाली में हर घर में ,
एक सद्भावना का दीप जलाओ,
सुख-शान्ति की कामना हो जिसमें ,
विश्व शान्ति की अलख जलाओ।
हर घर रोशन हो जगमग,
मन में भी उल्लास भरा हो,
वह दीप एक हो या माला हो।
बस रोशन घर का हर आला हो।
अब की ऐसी दीवाली मनाओ
खुशहाल हर घर को बनाओ!
रविवार, 26 अक्तूबर 2008
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10 टिप्पणियां:
दीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
दीवाली आप के और आप के परिवार के लिए सर्वांग समृद्धि लाए!
सुंदर लिखा है. दीपावली की शुभ कबहुतामनाएं.
शुभाम् करोति कल्याणं,
अरोग्यम धन: सम्पदा,
शत्रु बुद्धि विनाशाय,
दीपमज्योती नमोस्तुते,
शुभ दीपावली
दीप मल्लिका दीपावली - आपके परिवारजनों, मित्रों, स्नेहीजनों व शुभ चिंतकों के लिये सुख, समृद्धि, शांति व धन-वैभव दायक हो॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ इसी कामना के साथ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ दीपावली एवं नव वर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ।
दीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
दीवाली आप के और आप के परिवार के लिए सर्वांग समृद्धि लाए!
दीपावली के इस शुभ अवसर पर आप और आपके परिवार को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
सुंदर अभिव्यक्ती/दीपावली की अंनत उज्जवल शुभकामनायें/
दीपावली के इस शुभ अवसर पर आप और आपके परिवार को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
आप सभी लोगों को मेरी भी हार्दिक शुभकामनाएं. साथ ही शुभकामनायों के लिए धन्यवाद. बस इसी तरह से पढ़े और सही राय दें. मेरी त्रुटियों को भी इंगित करा मार्गदर्शन करे.
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