कुछ हाइकू रिश्ते के नाम पर ----
रिश्तों में प्रेम
रिश्तों के बीच खून
कौन गहरा ?
*****
रिश्तों को ढोना
बोझ से भी कठिन
उतार ही दो।
*****
घर बनेगा
मकान ये निर्जीव
सींचो प्रेम से।
*****
रिश्ते की डोर
है बड़ी कमजोर
थामे रहना।
******
प्रेम से भरो
गागर रिश्तों की
मन तृप्त हो।
******
रिश्तों में प्रेम
रिश्तों के बीच खून
कौन गहरा ?
*****
रिश्तों को ढोना
बोझ से भी कठिन
उतार ही दो।
*****
घर बनेगा
मकान ये निर्जीव
सींचो प्रेम से।
*****
रिश्ते की डोर
है बड़ी कमजोर
थामे रहना।
******
प्रेम से भरो
गागर रिश्तों की
मन तृप्त हो।
******
2 टिप्पणियां:
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 25-06-2017 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2017 में दिया जाएगा
धन्यवाद
बहुत खूब
एक टिप्पणी भेजें