शपथ ले लो
संघर्ष बंद न हो
न्याय लेना है.
*******
दृढ निश्चय
मजबूत इरादे
नारी ही होगी ।
********
ज्योति दिए की
अंधकार चीरेगी
जग जागेगा .
********
बोये तो कांटे
उगे न फूल तो है
दोषी धरती?
*******
संस्कार दें
अपने आँचल में
युग बदलें .
********
कोख नारी की
शिक्षा दबंगों की हो
दोषी कौन है?
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संघर्ष बंद न हो
न्याय लेना है.
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दृढ निश्चय
मजबूत इरादे
नारी ही होगी ।
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ज्योति दिए की
अंधकार चीरेगी
जग जागेगा .
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बोये तो कांटे
उगे न फूल तो है
दोषी धरती?
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संस्कार दें
अपने आँचल में
युग बदलें .
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कोख नारी की
शिक्षा दबंगों की हो
दोषी कौन है?
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9 टिप्पणियां:
बोये तो कांटे
उगे न फूल तो है
दोषी धरती?
शानदार हाइकू
बहुत सुन्दर हाइकू!
badhiya hikoo
दुखती रग!
उँगली रख दी ठीक किया,
समय लगेगा!
दुखती राग ------
बढ़िया हाइकू |
bahut hi sarthak haikoo.
बेहतरीन हाइकु
आप की ये खूबसूरत रचना शुकरवार यानी 8 मार्च की नई पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही है...
आप भी इस हलचल में आकर इस की शोभा पढ़ाएं।
भूलना मत
htp://www.nayi-purani-halchal.blogspot.com
इस संदर्भ में आप के सुझावों का स्वागत है।
सूचनार्थ।
सुन्दर हाइकु.
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