स्वागत नव वर्ष का ह्रदय से करते है हम,
हर किरण दिवस की मन का श्रृंगार करे।
जो नहीं मिला हमें विगत वर्ष उसे भूलकर अब ,
कुछ नया करें औ' पायें हम ये सपना साकार करें।
अति, अन्याय, अनाचार के प्रति हो कठोर
बन कर सजग प्रहरी इसका प्रतिकार करें।
जो सद्गुण पाए जीवन में अब तक हमने
उनको भरकर सब लोगों में नित प्रसार करें।
जो लिखें कलम से दे कुछ सन्देश विश्व को,
कुछ बदल सकें तो ईश्वर का आभार करें।
3 टिप्पणियां:
अति, अन्याय, अनाचार के प्रति हो कठोर
बन कर सजग प्रहरी इसका प्रतिकार करें।
बेहद सार्थक बात कही है आपने इन पंक्तियों में ...
नववर्ष की अनंत शुभकामनाएं ।
बहुत अच्छी प्रस्तुति ...
शीर्षक में शायद नव वर्ष २०१२ होना चाहिए था ..
बहुत सुंदर प्रस्तुति.....
नया साल आपके जीवन को प्रेम एवं विश्वास से महकाता रहे,
--"नये साल की खुशी मनाएं"--
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