tag:blogger.com,1999:blog-9061804611166351828.post1350014563755641100..comments2023-10-29T07:25:39.792-07:00Comments on hindigen: मौत का फैसला !रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-9061804611166351828.post-66734473292375487522011-05-18T00:53:22.099-07:002011-05-18T00:53:22.099-07:00"इन पलों को गर टाल दे कोई तो
जिन्दगी का ही पल..."इन पलों को गर टाल दे कोई तो<br />जिन्दगी का ही पलड़ा भरी होता है।" <br />जब कोई अपने बेहद दुखद एवं त्रासद पलों को बुरा एवं डरावना सपना समझकर भुला देता है तो मौत पर जिंदगी भारी पड़ती है.अनुभव और सकारात्मक सोच से ओत-प्रोत रचना.Rajivhttps://www.blogger.com/profile/05867052446850053694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9061804611166351828.post-85644810529780483582011-05-16T08:21:59.539-07:002011-05-16T08:21:59.539-07:00अपनी मौत का फैसला शायद कभी सोच कर नहीं लिया जा सकत...अपनी मौत का फैसला शायद कभी सोच कर नहीं लिया जा सकता ...आवेश इतना बढ़ जाये कि सोचने समझने की शक्ति खत्म हो जाए तब ही कोई ऐसा कर सकता है ...<br /><br />मार्मिक रचनासंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9061804611166351828.post-16138159578886276002011-05-16T06:06:33.035-07:002011-05-16T06:06:33.035-07:00शब्द-शब्द संवेदनाओं से भरी मार्मिक रचना .शब्द-शब्द संवेदनाओं से भरी मार्मिक रचना .संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9061804611166351828.post-27096571568367716792011-05-16T05:07:41.737-07:002011-05-16T05:07:41.737-07:00आत्म हत्या उपरवाले के प्रति अन्याय है . जिजीविषा क...आत्म हत्या उपरवाले के प्रति अन्याय है . जिजीविषा कमजोर ना होने पाए. सटीक अभिव्यक्तिashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9061804611166351828.post-10223922337297992082011-05-16T04:58:33.160-07:002011-05-16T04:58:33.160-07:00करना अपनी मौत का फैसला
क्या इतना ही आसान होता है?
...करना अपनी मौत का फैसला<br />क्या इतना ही आसान होता है?<br /><br />पहले सौ बार दिल सोचता है,<br />अकेले ही जार जार रोता है।....bilkul sach kahaरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com